उपन्यास >> बर्फ पर बने पदचिह्न बर्फ पर बने पदचिह्नप्राण किशोररफीक मसूदी
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बर्फ पर बने पदचिह्न साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत कश्मीरी उपन्यास ‘शीन तॉ वरत पद’ का हिंदी अनुवाद है। इस कृति में गुज्जर समुदाय में प्रेम, जीवन तथा मृत्यु का आख्यान प्रस्तुत किया गया है। गुज्जरों की जीवन-प्रक्रिया, खान-पान, रस्म-रिवाज तथा संघर्ष का प्रतिबिंब होने के साथ-साथ यह कृति एक दर्पण भी है। इसकी खरी और जीवंत कथा जैसे-जैसे विकसित होती है, वर्ष की बदलती हुई ऋतुओं के साथ घुल-मिल जाती है मानव-प्रकृति की गहरी अंतर्दृष्टि और अपनी परिष्कृत शैली के नाते यह कश्मीरी की एक उत्कृष्ट कथाकृति बन पड़ी है।
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